केजरीवाल अपनी जेबें भरने के लिए ‘विद्या के मंदिर’ तक को लूटने से पीछे नहीं हटे-आदेश गुप्ता

केजरीवाल अपनी जेबें भरने के लिए ‘विद्या के मंदिर’ तक को लूटने से पीछे नहीं हटे-आदेश गुप्ता

 

दिल्ली में केजरीवाल ‘भ्रष्टाचार की सीरीज’ चला रहे हैं-आदेश गुप्ता

 

केजरीवाल ने स्कूलों में कमरे बनवाने के लिए 989 करोड़ रुपये की जगह 1315 करोड़ रुपये करके भारी भ्रष्टाचार किया-आदेश गुप्ता

 

4027 टॉयलेट को भी कमरा दिखाकर केजरीवाल सरकार ने करोड़ों रुपये हड़पने का काम किया-आदेश गुप्ता

 

शिकायत के बाद सीवीसी द्वारा भेजे गए नोटिस को केजरीवाल सरकार ने 30 महीनों तक दबाकर रखा-विजेन्द्र गुप्ता

 

केजरीवाल सरकार को 194 स्कूलों में काम करना था लेकिन 53 स्कूलों में कोई काम नहीं किया-विजेन्द्र गुप्ता

 

केजरीवाल, सिसोदिया और जैन ने मिलकर शिक्षा के नाम पर दिल्ली के खजाने को लूटा-विजेन्द्र गुप्ता

 

नई दिल्ली, 27 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाया कि आज कट्टर ईमानदारी की बात करते-करते केजरीवाल कट्टर भ्रष्टाचारी हो गए हैं। आज केजरीवाल सरकार योजनाएं इसलिए बनाती है ताकि उसमें घोटाला किया जा सके। दिल्ली के उपराज्यपाल ने जब सीवीसी को पत्र लिखा तो केजरीवाल की ईमानदारी धरी की धरी रह गई। आज केजरीवाल सरकार का हर विभाग भ्रष्टाचार में पूरी तरह से डूबा हुआ है। भ्रष्टाचार के लिए उन्होंने तो ‘विद्या के मंदिर’ तक नहीं छोड़ा।

 

प्रदेश कार्यालय में आज विधायक श्री विजेन्द्र गुप्ता के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली में ‘सीरीज ऑफ करप्शन’ चला रहे हैं। सीवीसी की रिपोर्ट बताती है कि स्कूलों में कमरे बनाने के लिए 989 करोड़ रुपये सैंक्शन किया गया था, 860 करोड़ रुपये के टेंडर अमाउंट किया और खर्च कर डाले 1315 करोड़ रुपये। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने स्कूलों में बनाए गए टॉयलेट को भी कमरों में गिनती कर पेमेंट करवा दिया। जबकि उसमें भी झूठ बोला कि कुल 6133 टॉयलेट बनाए गए हैं लेकिन जांच के बाद उनकी संख्या सिर्फ 4027 निकली।

 

श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि उपराज्यपाल ने केजरीवाल की भ्रष्ट राजनीति की पोल खोलते हुए 47 फाइलों को वापस कर दिया क्योंकि उसमें केजरीवाल के हस्ताक्षर ही नहीं थे। आखिर केजरीवाल अपनी जिम्मेदारियों से कब तक बचेंगे। केजरीवाल की घोटालों की सीरीज एक-एक कर बाहर आ रही है। आबकारी नीति के बाद अब स्कूलों में कमरे बनवाने के नाम पर घोटाला सामने आए हैं जो बताता है कि आखिर केजरीवाल कब तक लोगों को झूठी तसल्ली देकर अपनी राजनीति चमकाते रहेंगे।

 

श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि 25 जुलाई 2019 को स्कूलों में बने कमरों के पीछे भ्रष्टाचार की जांच के लिए सीवीसी को पत्र लिखकर इसकी जांच की मांग की गई थी। जिसके बाद सीवीसी ने 17 फरवरी 2020 को केजरीवाल सरकार के पास कार्रवाई से परिचय कराने के लिए नोटिस भेजा था लेकिन सरकार उसे बिना कोई जवाब दिए 30 महीनों तक दबाए रखी। उन्होंने कहा कि ‘बब्बर ऑफ बब्बर’ नाम के आर्किटेक्ट जो सत्येन्द्र जैन के बेहद करीबी हैं, को यह पूरी जिम्मेदारी दी गई और फिर तीनों केजरीवाल, सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन ने मिलकर दिल्ली के खजाने को शिक्षा के नाम पर लूटना शुरु किया।

 

श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि सीवीसी के बार-बार पूछे जाने पर भी केजरीवाल सरकार ने आर्किटेक्ट के बारे में बताने से इंकार करती रही। कक्षा बनाने के लिए केजरीवाल सरकार ने 194 स्कूल की पहचान की थी जिसमें से 53 स्कूलों में कोई काम ही नहीं हुआ, लेकिन टेंडर का पैसा 860 करोड़ से बढ़कर 1315 करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने कहा कि नजफगढ़ के एक स्कूल में 40 बच्चे ही हैं लेकिन वहां 12 कमरे बनाने की बात पेपर में दिखायी गए। प्रेसवार्ता में प्रदेश भाजपा मीडिया रिलेशन विभाग के प्रभारी श्री हरीश खुराना, प्रदेश मीडिया सह-प्रमुख श्री हरिहर रघुवंशी और प्रदेश प्रवक्ता श्री खेमचंद शर्मा उपस्थित थे।

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